मुंशी प्रेमचंद: अगर हम बात करे मुंशी प्रेमचंद के असली नाम की तो इनका असली नाम धनपत राय श्रीवास्तव था जो बाद में चल कर मुंशी प्रेम चंद हो गया । मुंशी प्रेमचंद हिंदी और उर्दू के सबसे बड़े लेखक, उपन्यासकार , कहानीकर, और एक विचारक थे। इन्होंने कई ऐसे कहानी लिखे जो आज लोगों के जुबान पर होती हैं।
इनका जन्म 31 जुलाई 1880 को लमही वाराणसी में हुआ था इनके लिखें उपन्यासों से आज समाज में रोशनी डाली जाती हैं।
तो आइए जानते हैं मुंशी प्रेमचंद के लिखे 10 ऐसी बात जो आज लोगो के जिंदगी में पढ़ने के बाद रोशनी लाती हैं।
1. आदमी का सबसे बड़ा शत्रु उसका अहंकारकार हैं।
2. सोने और खाने का नाम जिंदगी नहीं हैं आगे बढ़ते रहने की लगन का नाम जिंदगी हैं।
3. अन्याय होने पर चुप रहना, अन्याय करने के बराबर हैं।
4. निराशा संभव को असंभव को संभव बना देती हैं।
5. जीवन का वास्तविक सुख दूसरों को सुख देने में है उसका सुख छीनने में नहीं।
6. आत्म सम्मान की रक्षा हमारा सबसे पहला धर्म और अधिकार हैं।
7. आकाश में उड़ने वाले पंछी को भी अपना घर याद आता हैं।
8. दौलत मंद आदमी को जो सम्मान मिलता है वो उसका नहीं बल्कि उसके दौलत का सम्मान हैं।
9. क्रोध मौन सहन नही कर सकता हैं मौन के आगे क्रोध की शक्ति असफल हो जाती हैं।
10 विपत्ति से बढ़कर अनुभव सिखाने वाला आज तक कोई विद्यालय नही हुआ हैं।
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