Shayari kya hai?: शायरी क्या हैं? शायरी उर्दू भाषा की एक कला है जिसमें भावनाओं, अनुभवों, विचारों या जीवन के तथ्यों को सुंदर शब्दों में व्यक्त किया जाता है। यह एक कविता की तरह होती है, लेकिन इसमें कुछ खास गुण होते हैं जैसे कि इसमें आसान भाषा का उपयोग, संक्षिप्त वाक्य, स्वर्णिम बोध के उपयोग, सुंदर ताल, उच्चारण का ध्यान आदि। इसके अलावा शायरी का मुख्य उद्देश्य भावनाओं या विचारों को सामान्य भाषा के माध्यम से अधिक संवेदनशील बनाना होता है। इसलिए, शायरी का महत्वपूर्ण अंश उसकी संवेदनशीलता और भावनाओं को जागृत करने में होता है। शायरी को कहने और लिखने वाले को शायर (poet) कहां जाता हैं। शायरी एक उर्दू विधि का प्रचलित नाम है जिसे कई तरह से जाना जाता जाता हैं।
![]() |
शायरी क्या है? शायरी कितने प्रकार की होती हैं? शायरी कैसे लिखे? |
इसे भी पढ़ें 👉 उदासी शायरी पढ़िए
इसे भी पढ़ें 👉 सफर शायरी पढ़िए
इसे भी पढ़े 👉 इंसान शायरी इन हिंदी में पढ़िए
शायरी कितने प्रकार की होती हैं? Shayari kitne prakar ki hoti hai?
शायरी कई प्रकार की होती है, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
ग़ज़ल - ग़ज़ल एक उर्दू शायरी की प्रथम श्रेणी है, जो पंक्तियों में लिखी जाती है। इसमें एक ही मुख्य विषय पर कुछ पंक्तियों में भावनाएं अभिव्यक्त होती हैं। इसे लिखने के लिए कई तरह के बातों को ध्यान में रखा जाता हैं, ग़ज़ल को बहर और मीटर में लिखा जाता हैं।
नज़्म - नज़्म शायरी की दूसरी प्रधान श्रेणी है, जो बार-बार गाया जा सकता है। इसमें दो या तीन बार जुड़े पंक्तियों में भावनाएं अभिव्यक्त होती हैं। नज़्म मुख्यत 3 प्रकार के होते हैं,
1 आज़ाद नज़्म
2. पाबंद नज़्म
3. नश्री नज़्म
दोहा - दोहे एक छोटी शायरी होती है जो दो बारिशी पंक्तियों में लिखी जाती है। इसमें एक विषय पर एक दो सार्थक पंक्तियों के माध्यम से उसके विषय को बताया जाता है। और तुकबंदी का विशेष ध्यान रखा जाता हैं।
इसे भी पढ़े 👉 हिंदी अदब के बड़े शायर दुष्यंत कुमार के बेहतरीन गजलें पढ़िए
इसे भी पढ़े 👉 जोश मलीहाबादी के चुनिंदा गजले और शेर पढ़िए
शेर - शेर शायरी का सबसे छोटा रूप होता है जो दो या तीन पंक्तियों में लिखा जाता है। इसमें एक ही विषय पर एक सार्थक पंक्तियों के माध्यम से बताया जाता है। लिखे हुए ग़ज़ल की पंक्तियां को शेर कहते हैं। जिसमे सभी पंक्तियां स्वतंत्र होती है और सभी का भाव अलग अलग होता हैं।
इसे भी पढ़े 👉 उर्दू अदब के मशहूर शायर बशीर बद्र के शेर पढ़िए
इसे भी पढ़ें 👉 हिंदी और उर्दू के बड़े शायर कुमार विश्वास को पढ़िए
मुक्तक - मुक्तक एक लम्बी शायरी होती है जो न केवल एक विषय पर लिखी जाती है, बल्कि अन्य विषयों पर भी लिखी जाती हैं । मुक्तक लिखने के लिए एक ही विषय का ज़िक्र होता है, और ये एक लंबी लेख होती हैं।
शायरी कैसे लिखें? Shayari kaise likhe?
शायरी लिखना एक कला है जो समझदारी, कल्पना, और रचनात्मकता की जरूरत होती है। यदि आप शायरी लिखना चाहते हैं, तो निम्नलिखित टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं:
1.आपकी रचनात्मक उत्सुकता से शुरू करें: अपनी रचनात्मक उत्सुकता के साथ शुरू करना बेहतर होगा। आपके मन में एक विषय होगा जिस पर आप शायरी लिखना चाहते होंगे।
2.विषय का चयन करें: अपने शायरी के लिए एक विषय चुनें। यह कुछ भी हो सकता है, जैसे कि प्रेम, दोस्ती, शोक, या आपकी अन्य भावनाएँ।
3.अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करें: शायरी लिखते समय, अपनी भावनाओं को सार्थक शब्दों में अभिव्यक्त करें। यह सही शब्दों और वाक्यांशों का चयन करने से होगा।
इसे भी पढ़ें 👉 वसीम बरेलवी के गजलें पढ़िए
4. रचना का चयन करें: शायरी लिखते समय, आपको अपनी रचना का चयन करना होगा। आप नज्म, ग़ज़ल, दोहे या शेर जैसी रचनाएं लिख सकते हैं।
इसे भी पढ़ें 👉 KS Siddiqui के गजलें नज्में और शेर पढ़िए
5. वर्णन करें: शायरी लिखते समय, आपको अपनी रचना के समस्त पंक्तियों का बखूबी ध्यान में रखकर लिखे और सभी रूल को फ़ॉलो करें।
शायरी के बुनियादी अंतर
• रचना का प्रकार: शायरी के बुनियादी अंतर में से एक यह है कि शायरी के विभिन्न प्रकार होते हैं। नज्म, ग़ज़ल, दोहे, शेर और नाटकीय पद शायरी के प्रकार होते हैं।
इसे भी पढ़ें 👉 शायरी के खुदा मीर तकी मीर के गजलें पढ़िए
• भावना की व्याख्या: दूसरा बुनियादी अंतर यह होता है कि शायरी में व्यक्त की जाने वाली भावना की व्याख्या होती है। इसमें कोई विशेष विषय नहीं होता है, बल्कि यह व्यक्ति के अनुभवों, जीवन के उद्घाटनों, या उनके आस-पास के दुनिया के विषयों से संबंधित होती है।
•भाषा: शायरी में भाषा का उपयोग भी अहम होता है। अलग-अलग भाषाओं में शायरी होती है और एक शायरी भाषा में लिखी जा सकती है, लेकिन इसके बावजूद भाषा हमेशा उस शायरी के अभिव्यक्त की भावनाओं और संदेश को उठाती होती है।
इसे भी पढ़ें 👉 मुनव्वर राना के मां पर कहें गए बेहतरीन शेर पढ़िए
•रचना की विशेषताएं: एक और बुनियादी अंतर होता है शायरी की रचना की विशेषताओं का। शायरी में चुनी गई शब्दों की गहराई, उच्च भाषा का प्रयोग करें।
तो उम्मीद हैं दोस्तों की आप को शायरी के सभी रूप समझ में आ गए होंगे.
0 टिप्पणियाँ