निशांत राठौर ने खुद ही सेंड किया था " सर तन से जुदा" वाला मैसेज फोरेंसिक रिर्पोट ने गुत्थी सुलझा दी।

 MP:  मध्य प्रदेश के निशांक राठौर ने कुछ दिन पहले ट्रेन से कटकर आत्म हत्या कर ली थी और उनके पास से बाइक और फ़ोन भी बरामद हुआ था। लेकिन मामला तब फंस गया जब 24 जुलाई को शाम 5:44 मिनट पर निशांत के ही फ़ोन से उसके पिता और दोस्त के पास मैसेज जाता हैं जिसमें लिखा रहता हैं " 

"राठौर साहब बहुत बहादुर था आपका बेटा  

‘गुस्ताखे नबी की एक सज़ा सर तन से जुदा ’

सारे हिंदू कायरों से बता देना नबी से गुस्ताख़ी नहीं "

ये मैसेज पिता और दोस्त के मोबाइल में मिलने के बाद हड़कंप मच गया लोग तरह तरह के बात बनने लगे और इस मामले को नुपुर शर्मा विवाद से जोड़ दिया  ये मेसेज 5:44 पर भेजा गया और ठीक 6: 2 बजे निशांत को ग्रैंड ट्रैंक एक्सप्रेस ने उन्हें टक्कर मार दी। जिसमे उनकी तुरंत मौत हो जाती हैं।


निशांत की मौत तो आत्म हत्या ही लग रहा था लेकिन इस मैसेज के वजह से मामला उलझ गया। पुलिस ने ये मामला फोरेंसिक को सौंपा तो फोरेंसिक वालों ने इस पर जांच शुरू कर दी जांच पूरी हो जाने के बाद आज फोरेंसिक रिपोर्ट में ये ये बताया गया की .


जांच टीम ने बताया कि पिता के पास जो मैसेज भेजा गया था वो हिंदी में लिखा था जिसमें सर तन से जुदा वाला मैसेज लिखा था इतना ही नहीं इन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर भी यही बात पोस्ट की थी , अधिकारियों ने ये भी बताया की निशांत ने  कुछ लोगों और 18 ऑनलाइन ऐप्स के माध्यम से लोन भी लिया था जिसका कर्ज़ चुकाने के लिए उसके पास कोई पैसा नहीं था ।


अधिकारियों के मुताबिक़ निशांत ने अपने बहन का फीस भरने के लिए 50 हज़ार रुपए लिए थे लेकिन उन्होंने फीस नहीं भरी थीं  ।


अधिकारियों ने आगे ये कहां की जांच में निशांत के फ़ोन पर किसी और के अंगुलियों के निशान नहीं मिले हैं मोबाइल पर सिर्फ़ निशांत के अंगुलियों के ही निशान मिले हैं जिससे वो कई बार फ़ोन को खोला भी था। 


जांच टीम के अनुसार निशांत ने ये मैसेज इस लिए भेजा ताकि हिंदू लोग उसे शहिद मान ले और मामला हिंदू मुस्लिम का हो जाय जिसमे सरकार और कुछ लोगो से उसके परिवार को मुवावजा मिल जाए। 


जांच के अनुसार निशांत का फोन शव के ही पास पड़ा था जिसे कोई भी उस फोन को उठाया नहीं था उसमे सिर्फ निशांत के ही अंगुलियों के निशान मिले हैं। निशांत भोपाल के एक यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करता था 

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