Bilkis Bano case: बिल्किस बनो के आरोपियों को छोड़े जानें पर लोग क्यों हैं ख़ामोश? महिला बीजेपी सांसद ने क्या कहां?

Bilkis Bano case: 2002 के गुजरात दंगों में देश का सबसे बड़ा दंगा हुआ इस दंगे में हजारों जानें गईं, हजारों घर जले सैकड़ों जिंदगी तबाह हुई, 



गुजरात के दंगों में ऐसा ही  झकझोर देने वाली घटना हुई जब बिल्किस बनो के साथ 11 लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया और बिल्किस के परिवार वालों को मौत के घाट उतार दिया था, ये गोधरा काण्ड का सबसे भयावह घटना थी। इस घटना के बाद बिल्किस ने एक लंबी लड़ाई लड़ी और अपने दोषियों को सजा दिलवाई, सभी 11 दोषियों को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थीं।


लेकिन एक बार फिर बिल्किस बानो का ज़ख्म हरा हो गया जब उन्हें पता चला की सरकार द्वारा उनके दोषियों को छोड़ दिया गया हैं, इसी 15 अगस्त को जब देश आज़ादी का 75 वा अमृत महोत्स माना रहा था। और पीएम नरेंद्र मोदी बेटियों के लिए लंबे चौड़े भाषण दे रहें थे, तभी गुजरात सरकार ने उन सभी आरोपियों को छोड़ने का एलान सुना दिया। 

और इसके एक दिन बाद ही उन सभी आरोपियों को फूल माला पहना कर उनका स्वागत किया गया, जब अपराधियों के स्वागत का वीडियो सामने आया तो हर कोई हैरान रह गया, की इतने खतरनाक अपराधियों को सरकार ने क्यों छोड़ दिया, उसके बाद से ही लोग लगातार सवाल उठा रहे हैं, लेकिन अभी तक उन आरोपियों पर कोई एक्शन नहीं लिया गया न ही राज्य सरकार कोई फरमाना आया ना ही केंद सरकार ने इस मैटर पर चुप्पी तोड़ा। 

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इतने बड़े अपराधियों को छोड़े जाने पर लोग क्यों है ख़ामोश?


बिल्किस बनो के दोषियों को छोड़े जानें पर लोगों की खामोशी इंसानी समाज पर गहरा सवाल उठा रही हैं। क्या लोग इतने गंभीर धाराओं में छूट कर आए आरोपियों को समाज में जगह दे देंगे? क्या इस देश में इंसाफ मिलना अब मुस्किल हो गया हैं? क्या न्यायालय भी अब जाति के हिसाब से इंसाफ़ करेगा? इस तरह के सवाल से लोगों को अंदर ही अंदर छलनी कर दे रहा हैं।

बिल्किस के आरोपियों को छोड़े जानें पर भारतीय संविधान पर भी उंगली उठ रही है, क्या यह देश संविधान से नहीं चल रहा हैं? क्या ये तानाशाही की शुरुआत हैं? इन सब सवालों पर समाज अभी खामोश हैं। लेकिन ज़मीर जिंदा रहने वालो को ये सब सवाल ज़रूर पूछना चाहिए! 

बीजेपी महिला सांसद ने कहा कि..


बीजेपी महिला सांसद से जब बिल्किस बनो के दोषियों पर सवाल पूछा गया तो इन्होंने ने हैरान कर देने वाला जवाब दिया, कहा की " बिल्किस बनो केश एक छोटा केस है, जो दुबारा सुनवाई योग्य नहीं हैं" 

इंदु गोस्वामी के दिए इस बयान से साफ़ ज़ाहिर हो गया की आरोपियों पर अब दुबारा कार्यवाही नही होगी, क्युकी ये एक छोटा मैटर हैं, बता दे की बीजेपी के ही कुछ लोग ने ये भी कहां था की, आरोपियों को इस लिए छोड़ा गया हैं क्योंकि आरोपी ब्राह्मण थे और ब्राह्मण के संस्कार अच्छे होते हैं। 

अब आप खुद अंदाज़ा लगा सकते है की एक महिला महिला का दर्द नही समझ सकता, देश के पुरुष अपराधी में संस्कार देखते है, तो उस देश में यकीनन इंसाफ मिलना मुस्किल होता हैं। 






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