Independence day 2022: 15 अगस्त के इस खास मौके पर जानिए 10 स्वतंत्रता सेनानी जो भारत को आज़ाद करने के लिए अपनी जान कुर्बान कर दिए।

 Independence Day 2022: देश आज 

आज़ादी का 75 वां उत्सव मना रहा हैं। इस 

उत्सव को ख़ास बननके लिए देश के प्रधान मंत्री 

ने आज़ादी का अमृत महोत्सव के रूप में मानने 

का आदेश दिया था जिसके बाद से हर गली 

नुक्कड़ चौराहा और घरों पर तिरंगा ही तिरंगा 

नज़र आ रहा है, बूढ़े हो या बच्चे हर कोई आज 

आज़ादी के जश्न में डूबा हैं, अपने हाथों में 

तिरंगा ले कर रैली निकाल रहे हैं। 


लेकिन आप ये सोचिए की क्या आज से 75 

साल पहले आप तिरंगा हाथ में ले कर घूम सकते 

थे? क्या आप इंकलाब का नारा लगा सकते थे?  

जब हर तरफ़ अंग्रेजो का हुकूमत हुआ करती थी, 

लोग घर से बाहर निकलने के लिए डरते थे। 


तिरंगा फहराने के सही नियम क्या हैं क्लिक कर के पढ़िए


लेकिन उस समय कुछ ऐसे लोग थे जो आज़ादी 

के लिए दिन रात मेहनत करते थे अंग्रेजो से लोहा 

लेते थे। और अंत में अपनी जान कुर्बान कर देते 

थे। जिसके बदौलत आज हम अपनी हाथों में 

तिरंगा ले कर आजादी माना रहे हैं।






तो आइए जानते है आज़ादी में 

योगदान देने वाले 10 क्रांतिकारी 

जिसके बदौलत आज हमें आज़ादी 

मिली हैं।



1. भारत की आज़ादी के सबसे बड़े नायक हैं 

राष्ट्र पिता महात्मा गांधी जिन्होंने सत्य और 

अहिंसा के दम पर अंग्रेजो से हिंदुस्तान को छीन 

लिया था और इन्होंने कई सारे आंदोलन किए 

जैसे डंडा मार्च, सत्याग्रह जैसे आंदोलन कर 

के अंग्रेजी के छक्के छुड़ा दिए।



2.  आज़ादी के लड़ाई में सबसे बड़ा नाम था 

भगत सिंह का जिन्होंने ने भारत माता को 

आज़ाद करने के लिए कई आंदोलन किए, और 

अंत में हंसते हंसते फांसी के फंदे पर झूल गए।


3. नेता जी सुभाष चंद बोस जिन्होंने कांग्रेस को 

ज्वॉइन कर के देश के लोगों को जोड़ा और एक 

साथ मिलकर अंग्रेजो से लड़ने के लिए लोगों से 

आग्रह किया।


4.  महान स्वतंत्रता सेनानियों में एक नाम महिला 

का भी था जिनका नाम रानी लक्ष्मी बाई था जो 

अंग्रेजों से खुल कर लोहा लिया करती थी। 

1858 में एक युद्ध में अंग्रेजों को घुटने टेकने पर 

मजबूर कर दिया था । और अंत में इस देश को 

आज़ाद करने के लिए वीरगति को प्राप्त हो गई 

थी।


5. हिंदुस्तान को आज़ाद कराने के लिए सबसे 

तेज़ तर्राक क्रांतिकारी अशफ़ाक उल्ला खां ने 

अपने साथियों के साथ मिलकर भारत का 

खज़ाना को लूटकर ले जा रहे अंगजो से छीन 

लिया था। इस आंदोलन का नाम था काकोरी 

काण्ड जिसमे अशफ़ाक उल्ला खां ने चलती ट्रेन 

को लूट कर भारत का खजाना बचा लिया था 

और अंत में लड़ते हुए शहीद हो गए थे।





6. 1857 की लड़ाई में बहादुर शाह जफर ने 

अहम भूमिका निभाई थी। और ईस्ट इंडिया 

कंपनी से लड़ाई करने के लिए एक बहुत बड़ी 

फौज़ तैयार की थी।


             (   जश्न मनाते बच्चे  )



7.  भारत के आज़ादी में एक और नाम था 

राजगुरू जिन्होंने युवाओं में अंग्रेजों से लड़ने के 

लिए प्रेरित किया था। और भगत सिंह के साथी 

थे अंत में अंग्रेजी ने इन्हे फांसी के फंदे पर चढ़ा 

दिया था।



8 . स्वतंत्रता सेनानी में एक ऐसा क्रांतिकारी था 

जिन्होंने ने लोगों के बीच में ये नारा दिया की 

स्वराज हमारा जन्म सिद्ध अधिकार हैं । उनका 

नाम था बाल गंगा धर तिलक जिन्होंने ने 

अंग्रेजी से लोहा लेने के लिए लोगों में जोश भरा।


9. मौलाना अब्दुल कलाम आज़ाद भारत के 

सबसे बड़े स्वतंत्रता सेनानी, विद्वान लेखक कवि 

थे, ये महात्मा गांधी के साथ मिलकर उनके 

सिद्धांतों को लोगो तक पहुंचाते थे। ये खिलाफ़ 

आंदोलन में बहुत बड़ा योगदान निभाया था।



10. अल्लामा इक़बाल का आज़ादी में बहुत 

बड़ा योगदान था उन्होंने अपने कलम और 

शायरी 

से लोगों के दिलों में इंकलाब पैदा किया। और 

सारे जहां से अच्छा हिंदोस्ता हमारा लिखा जो 

आज लोगों के जुबां पर हैं ।



ये थे देश के 10 बड़े क्रांतिकारी जिनके दम पर

भारत को आज़ादी मिली। और आज हम सब

आज़ाद हवा में सांस ले रहे हैं।







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