Cheetah in India: नामीबिया से लाए गए चीतों के लिए जंगल में छोड़े जायेंगे चार सौ से अधिक हिरण जानें क्यों उठ रहा है सवाल.

Cheetah in India: प्रधान मंत्री मोदी के जन्म दिन पर नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क ( Kuno national park) में छोड़ा गया हैं, इन चीतों को स्पेशल जहाज़ से लाया गया, इन 8 चीतों में से 3 चीता नर हैं तो वहीं 5 चीता मादा हैं। इन सभी चीतों को प्रधानमंत्री जी ने 17 सितंबर को अपने जन्म दिन के मौके पर कूनो नेशनल पार्क में अपने हाथों से उन सभी चीतों का पीजड़ा खोला, और चीतों को आज़ाद किया।


चीता और चीतल ( file photo)


चीतों को भूखा ही लाया गया इंडिया


कुछ जानकारों के मुताबिक़ नामीबिया से लाए गए चीतों को भूखा ही लाया गया, ताकि उन चीतों को सफर में उल्टी जैसी परेशानी न हो, कहां जाता है की भारत से लगभग 74 साल पहले ही चिता विलुप्त हों गए थे, और अब 74 साल बाद भारत में चीतों की वापसी हुई हैं।

चीतों का पसंदीदा भोजन हैं हिरण.


इन भूखे चीतों के लिए कूनो नेशनल पार्क में जानकारों के मुताबिक़ 181 चीतल को छोड़ा गया है चीतों के शिकार के लिए जो हिरण के ही प्रजाति के हैं। इन सभी चीतलों को दूसरे जंगल से पकड़कर कुनो में छोड़ा गया है। जानकारों का मानना है कि चीतों का पसंदीदा भोजन चीतल ही हैं।

क्यों उठ रहा है सवाल?


सोशल मीडिया पर लोग प्रधानमंत्री जी से अपील कर रहे हैं की अफ्रीका से लाए गए चीतों के लिए जंगल में जो हिरण छोड़े जा रहे हैं उन हिरण के मौत का जिम्मेदार कौन हैं, लोग ये भी कह रहे है की कृपया हिरण के बच्चों को कूनो के जंगलों में ना छोड़ा जाए क्योंकि बच्चे मासूम होते हैं, और किसी के बच्चों को मौत के मुंह में छोड़ना पाप होता हैं।

चीतल का बच्चा ( file photo)

जानकारों के मुताबिक़ 500 से अधिक चीतल को और लाया जाएगा कूनो के नेशनल पार्क में। जिससे जीवों को बचाने वाले लोग दुखी हैं।



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