राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिन पर युवा क्यों माना रहे हैं बेरोजगारी दिवस जानिए..

राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवसआज प्रधान मंत्री जी का 72 वा जन्मदिन हैं देश प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को शुभकामनाएं भेज रहा हैं, और उनके लंबी उम्र और अच्छी स्वस्थ की कामना कर रहा हैं। लेकिन भारत के ही युवा प्रधान मंत्री के जन्म दिन पर उनसे नौकरी देने की मांग कर रहे हैं,और आज के दिन को"राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस" के रूप में मनाया जाता है।







क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस?



भारतीय युवा प्रधान मंत्री मोदी के जन्म दिन पर ही बेरोजगारी दिवस मनाने का एलान किया था। आज बेरोजगारी दिवस का तीसरा वर्ष हैं, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं से वादा किया था की बीजेपी सरकार प्रति वर्ष देश के युवाओं को 2 करोड़ नौकरी देगी, ये वादा पूरी तरह से खोखलापन साबित हुआ और सरकार नौकरी देने में नाकामयाब रही। जिसके बाद गुस्साए युवाओं ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिन पर ही राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस मनाने का ऐलान किया था तब से हर साल 17 सितंबर को नरेंद्र मोदी का जन्म दिन और बेरोजगार दिवस साथ में मनाया जाता है।

देश में बेरोजगारी दर कितनी हैं?



दैनिक जागरण ने बेरोजगारी के एक सर्वे पर अपनी रिर्पोट में 2016 से 2022 तक की रिपोर्ट में बताया की. साल दर साल किस तरह से बेरोजगारी बढ़ती जा रही हैं, कोरोना के दौरान देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी रही।

वर्ष             बेरोजगारी दर 

2016         3.2%
2017         3.3%
2018         11.8%
2019         13.9%
2020         16.8%
2021         11.6%
2022         13.9%


सोशल मीडिया पर लगातार करा रहे हैं ट्रेंड..


प्रधान मंत्री मोदी के जन्मदिन पर भारतीय युवा मोदी जी से नौकरी मांग रहे है, इसके लिए ट्विटर पर लगातार लोग "मोदी आया बेरोजगारी लाया" ट्रेंड करा रहे हैं, अब तक इस ट्रेंड पर 60 हज़ार से ज्यादा लोग ट्वीट कर चुके हैं। वहीं " राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस" पर अब तक साढ़े चार लाख से ज्यादा ट्वीट किए जा चुके हैं।




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