Happy New Year shayari 2025 : न्यू साल की एकदम न्यू शायरी 2025.

 Happy New Year Shayari 2025 : प्रिय दोस्तों उम्मीद करता हु की आप सब ठीक होगें और ये साल भी अच्छा गया होगा, दोस्तों हम साल के लास्ट महीने में है और अब कुछ दिन बाद नया साल आ जायेगा, उम्मीद करता हु की आने वाला साल आप लोगों के लिए बेहतर साबित हो। दोस्तों आज के लेख में हम आपको नया साल शायरी, Happy New year shayari, 2025 shayari, New Year shayari 2025, Happy New year shayari in Hindi, 2025 नया साल शायरी, Best New year Shayari 2025, Naye saal ki shayari, नए साल की शायरी, Naye saal ki shubhkamna shayari, Nav Varsh Shayari 2025 . जैसे तमाम कीवर्ड वाले शायरी पढ़ सकते हैं। दोस्तों आज के लेख में हम दुनियां के सबसे बेहतरीन शायर द्वारा कहें गए शायरी लेकर आए हैं, जो आप लोगों को भेजने और शुभकामनाएं देने के लिए कर सकते है उम्मीद करता हु की अगर ये लेख आपको पसंद आए तो दोस्तो में शेयर करें।


       Happy new year shayari 2025



• तुम इतने शिद्दत से कह रही हो नया साल आ रहा हैं

क्या करे ऐसे साल का जो तेरे बगैर आ रहा हैं।


Tum itne shiddat se kah rahi ho naya saal aa raha hai

Kya kare ese saal ka jo tere be gaira aa Raha hai


~KS Siddiqui



New year poetry 2025


जाने कौन सा गम है सीने में कयाम

नया साल आता है तो नया गम आता हैं


Jane kaun sa gam hai sine me qayam

Naya saal aata hai to naya gam ataa hai


~KS Siddiqui 



•इतनी हसरतों से कहां कोई मिलता हैं

हमें चाहने वाला बड़ी मुश्किल से मिलता हैं

365 दिन हमने गुजारे हैं कैलेंडर में

तब जा के कोई नया साल मिलता हैं 



Itni hasarton se kaha koi milta hai

Hame chahne vala badi mushkil se milta hai

365 din hamne gujare hai calendar me

Tab ja ke koi naya sal milta hai


~KS Siddiqui 


•क्या नया साल क्या पुराना साल

हर साल हैं हमारा बेरंग सा हाल  



Kya Naya saal kya purana saal

Har sal hai vahi hamra berang sa haal 


~KS Siddiqui


Happy new year shayari 


 •ये साल जो बीता हैं साथ हाथों में हाथ ले कर

वहीं साल जा रहा है तुझसे मिलने की आस दे कर 


Ye saal jo bita hai sath hanthon me hath le kar

Vahi sal ja raha hai tujhse milne ki aas de kar



~KS Siddiqui



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• ज़िक्र ए तमन्ना उल्फत का नाम हैं

दिसंबर उन्हें याद करने का काम हैं


Zikr e tamanna ulfat ka Nam hai

December unhe yaad karne ka kaam hai


~KS Siddiqui


• अभी कितने जख्म बाकी हैं भरने को मेरे सीने में

ये दिसंबर तू ठहर अभी मेरा ज़ख़्म तो भरता जा


Abhi kitne jakhm baki hai bharne ko mere sine me

Ye December tu Abhi thahar mera jakhm to bharte ja



~KS Siddiqui



•जानें कौन सा गम इस साल को खा गया

जब तक रहा साल रोता रहा रुलाता रहा


Jane kaun sa gam is saal ko kha gaya

Jab tak raha sal rota raha rulata raha


~KS Siddiqui 


•जा तो रहा है ये साल दर्द वो गम का गुबार दे कर

मगर मेरा बद्दुआ हैं तू कभी न लौट के आ पाएगा।  


Ja to raha hai ye sal dard vo gam ka gubar de kar


Magar mera baddua hai tu kabhi na Laut ke aa payega


~KS Siddiqui 


नया साल मुबारक शायरी 



•मैं तुझे याद तो रखना चाहता हु ये साल मगर

किस लिए याद रखूं मिलाने के लिए या जुदाई के लिए


mai tujhe yaad to rakhna chahta hu ye saal magar

Kis liye yaad rakhu milane ke liye ya judai ke liye


~KS Siddiqui 


• ये साल वो साल की नया साल

वहीं हम वहीं तुम वहीं हमारा हाल 


Ye sal vo sal ki naya sal 

Vahi ham vahi tum vahi hamara hal 


•फिर आ गया है एक नया साल दोस्तो

इस बार भी किसी से दिसम्बर नहीं रुका


~Unk 


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