KS Siddiqui shayari : Best shayari of ks Siddiqui

KS Siddiqui shayari  : दोस्तों आज के इस लेख में युवा शायर KS Siddiqui केएस सिद्दीकी के बेहतरीन शायरी बताने वाले हैं दोस्तों केएस सिद्दीकी की शायरी में मोहब्बत और दुनियावीं मशलों को एक बेहतरीन तकाज़ा देखने को मिलता हैं, इनकी शायरी पढ़ने के बाद दिमाग़ सोचने पर मजबूर हो जाता हैं की मोहब्बत और दुनियां क्या हैं? केएस सिद्दीकी  KS SIDDIQUI के गजलों में हमने अक्सर देखा हैं की उसमे बहुत सारी बुनियादी बातें होती हैं । दोस्तों हमने कुछ दिन पहले एक लेख में ks Siddiqui के बारे में बताया था अगर अपने वो लेख नही पढ़ा तो इसपर 👉 क्लिक कर के पढ़ सकते हैं। दोस्तों आइए जानते है मशहूर शायर केएस सिद्दीकी के कुछ बेहतरीन गजलें और शेर। 


KS Siddiqui shayari 




KS Siddiqui ghazals / केएस सिद्दीकी गज़ल 



•  ये मौत तेरी आगोश में एक दिन खो जायेंगे

दो गज जमीं ओढ़कर हम भी सो जायेंगे 


एक दिन लिपट कर मौत हमसे ये बोला

आ चल चले नही तो दुनियां में खो जायेंगे 


देख रहा हैं हैरत से ये दुनियां को क्यों

जो आज जमी पर है कल सो जायेंगे 




• बहुत दर्द में हु अब न छोड़ो मुझको

जहां जहां से टूटा हु जोड़ो मुझको 


दफ़न हैं मेरे सीने में मोहब्बत के कई राज

अगर तुम्हें जानना हो तो खोदो मुझको


ये जो सफेद कपड़े है मेरे बदन पर

असल में कफ़न हैं देखना हैं तो ओढ़ो मुझको


बिखरा हु इस अंधेरे कमरे में बिस्तर में

मुझे नहीं पता कहा हु मैं ढूंढो मुझको 


मै मोहब्बत का एक मुक्कम्मल किताब हु

तुम्हे नहीं पता मोहब्बत तो पढ़ो मुझको


ये मैं फालतू की बाते कर रहा हु कुछ

नहीं हू बे कार हू मैं छोड़ो मुझको ।।



• दोनों हाथों से ख़ुद को बर्बाद कर रहा हूं 

हां मैं तुझे हर वक्त याद कर रहा हूं


जो तेरे साथ गुजारा उतना ही जिंदगी थी

अब तो मौत का फ़रियाद कर रहा हूं


उस गली में चांद, तारे, फरिश्ते सब हैं

उस गली में जा कर दीदार कर रहा हु 



• मुहब्बत ने अजब ये हाल होता हैं

  हर  वक्त  उसी खयाल होता हैं


वो क्यों नही है मेरा बता ये खुदा

दिल में यही एक मलाल होता हैं


जब मिलता हु तो कुछ कह नहीं पाता

अकेले रहने पर कितना सवाल होता हैं




KS Siddiqui nazm / केएस सिद्दीकी नज़्म 



• उसके गली को देखता हु जब मैं

मुझे एक चांद नज़र आता हैं।

उस गली में बिखरी हुई चांदनी

मेरे आंखों में चुभता हैं।


दिल के सुकूनी जज़्बात है जो

उस गली तक खींच लाता है।

हैरत से देखता हु मै उस गली को

की इस गली में बरहना ए पा चलती होगी


तारे बिछ जाते होंगे उसके कदमों में

दरख़्त हैरत से देखते होंगे

हर सब्ज़ नजरे झुका कर उसे

आदाब अर्ज़ करते होंगे।



• छुरी चले किसी पर

सीना चाक इंसान का होता हैं

लहू बहता है एक ही रंग में

चाहे हिंदू का हो या मुस्लमा का होता हैं


इन्ही चार दीवारों में गूंजती है फांके

रोटी का मजहब सिर्फ भूखा इंसान होता हैं

नफरतों की हदें हमे कहा तक बांटेंगी

हर शरहदों पर मोहब्बत ही मोहब्बत होता है 



KS Siddiqui shayari/ केएस सिद्दीकी शायरी 



• ख़ामोशी एक अदा हैं बसर करने के लिए।।

समंदर की गहराइयों तक सफ़र करने के लिए।। 

~KS Siddiqui 



• जन्म, जवानी और जमीं में दफ़न ।।

बस यहीं एक कहानी हैं दुनियां की।।


~KS Siddiqui 



• जुल्म सह सह कर सब बुत हो गए हैं।।

अब इस बुत–कदे में कहां आदमी ढूंढू।।

~ks Siddiqui 



• विदाई के लम्हों को मैं आसान कर रहा हूं।। 

अपनी आखों में आंसू लाकर तुम्हें हैरान कर रहा हूं।।


Ks Siddiqui 


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